top of page

प्राइड माह के लिए शुभकामनाएं!

जून का महीना प्राइड मंथ कहलाता है! यह LGBTQ+ व्यक्तियों और साथियों पर गर्व करने और क़ानून के तहत सामाजिक स्वीकृति और समान व्यवहार की दिशा में दुनिया भर में लिए गए बड़े कदमों का जश्न मनाने का समय है। लेकिन, लैंगिकता अभी भी एक संवेदनशील विषय है। बहुत से लोग अभी भी इसके बारे में बात नहीं करना चाहते हैं, और जब LGBTQ+ मुद्दों की बात आती है, तो कई लोग खुले दिल से इन्हें स्वीकार नहीं कर पाते या फिर समझ नहीं पाते हैं। इसलिए, हमने सोचा कि हम आपके साथ कुछ बुनियादी जानकारी साझा करेंगे। अगर आप या आपकी पहचान का कोई शख़्स क्वीर है या असमंजस में है, या आप बस इस विषय पर थोड़ा जानना चाहते हैं, तो नीचे स्क्रॉल करें और उपलब्ध LGBTQ+ संसाधनों के बारे में जानें!


बुनियादी बातें


वैज्ञानिक अभी भी नहीं जानते कि कोई व्यक्ति LGBTQ+ क्यों होता है, लेकिन आपको पता होना चाहिए कि वे इस बात पर सहमत हैं कि यौन अभिविन्यास को चुनना किसी इंसान के हाथ में नहीं है। जीन, हार्मोन और मां का गर्भ, ये सभी, व्यक्ति के यौन अभिविन्यास और लिंग पहचान में योगदान करते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो, आप इसके साथ पैदा हुए हैं। इसका मतलब यह है कि विषमलैंगिक या हेटरोसेक्सुअल व्यक्ति समलैंगिक या होमोसेक्सुअल नहीं बन सकता, और होमोसेक्सुअल इंसान हेटरोसेक्सुअल नहीं बन सकता।


सामाजिक स्वीकृति और क़ानूनी सुरक्षा की कमी का मतलब है कि LGBTQ+ लोगों को बाक़ी लोगों की तुलना में सेहत की ज़्यादा समस्याओं से जूझना पड़ता है। उदाहरण के लिए, उनमें डिप्रेशन और आत्महत्या के विचारों की ज़्यादा संभावना होती है। वे स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं का कम इस्तेमाल करते हैं, और उनके पास ज़रूरी स्वास्थ्य जानकारी और सेवाओं तक पहुँच की कमी होती है। इसलिए, अगर आप LGBTQ+ हैं, तो आपके लिए यह जानना ज़रूरी है कि LGBTQ+ समुदाय के लिए आपके नज़दीक कौन-से संसाधन उपलब्ध हैं। आख़िरकार, ज़रूरत पड़ने पर मदद हासिल करना आपका हक़ है!


भारत में क़ानून

ख़ूबियाँ:

  • सहमति से की गई समलैंगिक यौन गतिविधि जुर्म नहीं है

  • आपकी LGBTQ+ स्थिति के आधार पर सरकार भेदभाव नहीं कर सकती है

  • LGBTQ+ स्थिति के आधार पर भेदभाव करने की मनाही है

  • लिंग पहचान को दर्शाने के लिए पहचान दस्तावेज़ो को क़ानूनी रूप से बदला जा सकता है

  • ट्रांसजेंडर लोगों को सार्वजनिक सेवाएं (जैसे शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल) हासिल करने का क़ानूनी अधिकार है


कमियाँ:

  • समलैंगिक विवाह ग़ैर-क़ानूनी है

  • यौन अभिविन्यास को बदलने का इलाज क़ानूनी है

  • समलैंगिक व्यक्ति सेना में भर्ती नहीं हो सकता है

  • पहचान दस्तावेज़ों पर लिंग बदलने के लिए व्यक्ति को सरकार की मंज़ूरी लेनी होती है

  • LGBTQ+ स्थिति के आधार पर भेदभाव के लिए कोई परिभाषित क़ानूनी सज़ा नहीं है

  • बाक़ी लोगों की तुलना में ट्रांसजेंडर व्यक्ति के ख़िलाफ़ यौन अपराध करने की सज़ा कम है

  • क्योंकि समलैंगिक विवाह ग़ैर-क़ानूनी है और सिर्फ़ विवाहित जोड़े ही बच्चों को गोद ले सकते हैं, एक समलैंगिक व्यक्ति चाहे भी तो भारत में बच्चा गोद नहीं ले सकता है


मदद हासिल करें और ज़्यादा जानें


The Bi Collective Delhi (बाई कलेक्टिव दिल्ली): एक संसाधन और सहायता समूह जो अपने और अन्य लिंग के लोगों की ओर आकर्षित व्यक्तियों को एक सुरक्षित स्थान प्रदान करता है। यह फ़िल्म स्क्रीनिंग और वर्कशॉप जैसे कार्यक्रम आयोजित करते हैं — Spotify पर इनका अपना पॉडकास्ट भी है!


Harmless Hugs (हार्मलेस हग्स): ऑनलाइन LGBTQ+ प्लेटफ़ॉर्म जो स्वतंत्र और निष्पक्ष मानवीय अभिव्यक्ति पर ध्यान देता है, और ऑनलाइन और ज़मीनी पहल के ज़रिए LGBTQ+ समुदाय को सशक्त बनाने की कोशिश करता है।


The Humsafar Trust (हमसफ़र ट्रस्ट): मुंबई का एक संगठन जो भारत में समलैंगिक पुरुषों और समलैंगिक महिलाओं की सेहत और भलाई की बेहतरी के लिए काम कर रहा है। वे अन्य संगठनों, सरकारी एजेंसियों और स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों के साथ काम करते हैं ताकि यौन शिक्षा दी जा सके, STI टेस्ट किए जा सकें, स्वास्थ्य देखभाल उत्पादों को बाँटा जा सके, और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को LGBTQ+ रोगियों के साथ बेहतर बर्ताव करने के लिए प्रशिक्षित किया जा सके।


Naz (नाज़): न्याय और समानता पर आधारित समाज का निर्माण करने की दिशा में काम करने वाली संस्था। इनकी LGBTQIA+ पहल व्यक्ति को उसकी लैंगिकता को समझने, अच्छे संबंध रखने और सुरक्षित यौन संबंध बनाने के लिए परामर्श, देखभाल और सहायता सेवाएं प्रदान करती है। वे सोमवार से शुक्रवार, सुबह 9:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक हेल्पलाइन चलाते हैं। हेल्पलाइन नंबर है +91-11-47504630 / 9810140673


Nazariya (नज़रिया): क्वीर महिलाओं और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों पर ध्यान देने वाला क्वीर नारीवादी संसाधन समूह। वे सोमवार से शुक्रवार, सुबह 11:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक हेल्पलाइन चलाते हैं। हेल्पलाइन नंबर है 9818151707


Sangama (संगम): भारत में LGBTQ+ मुद्दों, अधिकारों और ज़रूरतों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए काम करने वाला संगठन। वे अन्य संगठनों के साथ-साथ व्यक्तियों को भी जानकारी प्रदान करते हैं, और सामुदायिक कार्यक्रम और शांतिपूर्ण विरोधों का आयोजन करते हैं।


Sweekar - The Rainbow Parents (स्वीकार): LGBTQ+ बच्चों के माता-पिता के लिए सहायता समूह जो एक-दूसरे को सहारा देते हैं और सदस्यों को यह जानने में मदद करते हैं कि अपने बच्चे की लैंगिकता को कैसे स्वीकार किया जाए और उन्हें कैसे अपनाया जाए।



 

क्या आप भारत के किसी अन्य LGBTQ+ संसाधन, समुदाय या कार्यक्रम के बारे में जानते हैं? उनके बारे में नीचे कमेंट्स अनुभाग में हमें बताएं! और, अगर यौन संबंधों, STI और गर्भनिरोधकों के बारे में आपके कोई सवाल हैं, तो याद रखें कि आप किसी भी समय व्हाट्सऐप पर निवि के साथ चैट कर सकते हैं। यह प्राइवेट, गोपनीय और बिल्कुल मुफ़्त है!

Commentaires


bottom of page